भारतेंदु हरिश्चन्द्र (1850 – 1885)
❖ जन्म – काशी में।
❖पुनर्जागरण की चेतना के अप्रितम नायक।
❖तदिय समाज की स्थापना।
❖कवि वचन सुधा नामक पत्रिका ।
❖हरिश्चंद्र मैगजीन का सम्पादन बाद में यही हरिश्चंद्र चंद्रिका नाम से प्रकाशित।
❖स्त्री शिक्षा के लिए बाला बोधिनी पत्रिका का प्रकाशन।